नई दिल्ली, सितम्बर 25 -- स्वर्ण की कीमत अक्सर चिंता में डाल देती है। इधर, करीब छह महीने से स्वर्ण के भाव में कमोबेश तेजी बनी हुई है। खासकर 19 सितंबर से 23 सितंबर के बीच स्वर्ण की कीमत में जो तेजी देखी जा रही थी, अगर बढ़त का यही क्रम आगे जारी रहे, तो भारतीय मध्यवर्ग के लिए स्वर्ण खरीदना मुश्किल हो जाएगा। जिस देश में करीब 90 प्रतिशत लोगों की वार्षिक आय चार लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो, वहां अगर प्रति दस ग्राम स्वर्ण की कीमत एक लाख रुपये के पार रहे, तो परेशानी का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। जाहिर है कि भारत में किसी भी संस्कार, आयोजन में स्वर्ण की जरूरत पड़ती है। इस जरूरत को खत्म नहीं किया जा सकता। यह ठीक बात है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के प्रभाव से स्वर्ण की कीमत कुछ घटी है, पर अभी आश्वस्त नहीं हुआ जा सकता। यह त्योहारी समय है और इसमें स्व...