रुद्रप्रयाग, फरवरी 18 -- राजकीय महाविद्यालय जखोली में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान द्वारा देवभूमि उद्यमिता योजना कार्यक्रम तीसरे दिन भी जारी रहा। इस मौके पर कार्यक्रम समन्वयक कपिल कुमार मौर्य द्वारा फार्म एवं नॉन फार्म की सभी संभावनाओं पर संक्षिप्त चर्चा की गई। उन्होंने मुर्गी पालन, बकरी पालन, मधुमक्खी पालन, डेयरी एवं डेयरी उत्पाद, भेड़ पालन, तेल प्रसंस्करण इकाई, जूस प्रसंस्करण इकाई (बुरांस, माल्टा, नींबू, लीची, एलोवेरा अचार, सौंदर्य उत्पाद के बारे में चर्चा की। कहा कि बागवानी, सुगंधित पौधे औषधीय पौधों की खेती, कैमोमाइल खेती, बाजरा के उत्पाद और उत्पादन इकाइयों में स्थानीय स्तर के संसाधनों के लिए कई और अवसर हैं। उन्होंने स्थानीय स्तर पर युवाओं के लिए अवसरों पर चर्चा की है कि कैसे वे उद्यमिता शुरू करें और दैनिक आधार पर आय अर्जित करें या अप...