झांसी, फरवरी 20 -- झांसी (मऊरानीपुर), सवाददाता ग्राम पंचायत ढकरवारा स्थित कबाई माता मंदिर परिसर में चल रही भागवत कथा में पं. सत्यप्रकाश गौड़ ने कहा कि जब कोई मनुष्य इस मार्ग को चुनता है, तो उसे मन से परे यानी कि अपने भीतर प्रवेश करना होता है जो एक बहुत ही कष्टकारी और प्राण घातक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि जब आप अपने भीतर जाते है तब आप को वो सब दिखाई देने लगता है जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। मनुष्य के अंदर एक लोभी, एक कामी, एक अहंकारी, एक ऐसा व्यक्ति छिपा है जो सिर्फ मन के स्तर पर जी रहा है। और सिर्फ इस शरीर को अपना समझकर इसके लिए भोग बिलास के साधन जुटाने में लगा है। फिर शुरु होती है इससे लड़ाई और उस लड़ाई मै आपके जीवन में तूफ़ान आना तय है। क्योंकि आज तक जो भी भवन आपके मन ने बनाये है वो भर भरा के गिरने लगते है। आपकी मान्यताएं टूटने...