भागलपुर, नवम्बर 17 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता स्मार्टफोन, लैपटॉप पर लंबे समय तक गुजारने वालों में मिर्गी की बीमारी मिल रही है। स्मार्टफोन, लैपटॉप की नीली रोशनी दिमाग में केमिकल लोचा पैदा कर रहा है और लोगों में मिर्गी के खतरे को बढ़ा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि रात को देर तक कमरे में कम रोशनी में स्क्रीन देखने के साथ ही इसकी वजह से नींद नहीं पूरी होना ऐसे सभी लोगों के लिए खतरनाक हो रहा है जो मिर्गी के दौरे के प्रति संवेदनशील हैं। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल व इससे संबद्ध सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में इस साल जनवरी से लेकर अब तक 109 मिर्गी के बीमार मिले। इन मरीजों में से ज्यादातर युवा रहे, जिनकी उम्र 19 साल से लेकर 40 साल के बीच रही। मायागंज अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. राजकमल चौधरी ने बताया कि कि म...