कुशीनगर, जून 12 -- कुशीनगर। ग्राम पंचायतों में पथ प्रकाश के नाम पर स्ट्रीट लाइट के मद में लाखों रुपये कागजों में खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। विशुनपुरा विकासखंड के ढोरही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इस गांव में राज्यवित्त से 4.50 लाख रुपये की स्ट्रीटलाइट कागजों में लगवा दी गई है, लेकिन हकीकत में पोल अभी भी बिना स्ट्रीटलाइट के ही हैं। बताया जा रहा है कि ढोरही गांव के दो टोलों ढोरही और बिरती टोला की सड़कों पर रात में उजाले के लिए सचिव व प्रधान की मिलीभगत से 4.50 लाख रुपये निकालकर बंदरबांट कर लिया गया है। यह धन की निकासी 3 जून को ही दो बार में कर ली गई है, लेकिन गांव के इन दोनों टोलों में एक भी पोल पर लाइट नहीं लगी है। यहां तक गांव के लोगों को भी पता ही नहीं है। गांव के लोगों ने बताया कि अब तक एक भी लाइट नहीं लगी ...