वाराणसी, फरवरी 25 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। काशी तमिल संगमम के अंतिम अकादमिक सत्र में सोमवार को बीएचयू में काशी और तमिल विशेषज्ञों ने साझा पहल की जरूरत पर मशविरा किया। स्टार्टअप, एडटेक, नवाचार और शोध पर अपने यहां इस्तेमाल में लाए जा रहे तरीकों पर भी विशेषज्ञों ने चर्चा की। इस कार्यक्रम का संचालन आईआईटी बीएचयू की डॉ. गौरी बालाचंदर ने किया। उन्होंने भारत के उभरते हुए शोध पारिस्थितिकी तंत्र, नवाचार-संचालित पहलों और शिक्षा पर सरकारी नीतियों के प्रभाव पर विचार प्रकट किये। बीएचयू के प्रबंध संस्थान की डॉ. दीपिका कौर ने भारत सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने के प्रयासों पर प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि भारत 15 लाख से अधिक स्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थानों के व्यापक नेटवर्क के साथ विश्व की सबसे बड़ी और विविध शैक्षिक व्यवस्थाओं में से ...