गुड़गांव, अगस्त 31 -- सोहना, संवाददाता। सोहना शहर में बारिश के मौसम में होने वाले जलभराव की मुख्य वजह नालों पर हुआ अवैध अतिक्रमण है। शहर के करीब 80 फीसदी बरसाती और गंदे पानी के नालों पर दुकानदारों और व्यापारियों ने कब्जा कर रखा है, जिससे बारिश का पानी आसानी से निकल नहीं पाता। नगर परिषद की तरफ से अवैध कब्जे हटाने के सारे दावे अब तक फेल होते नजर आए हैं। नगर परिषद हर साल मानसून से पहले नालों और वाटर हार्वेस्टिंग की सफाई पर लाखों रुपये खर्च करती है, लेकिन ये योजनाएं बारिश के बीच में ही विफल हो जाती हैं। दुकानदार अपने निजी फायदे के लिए नालों को कंक्रीट के फर्श से ढक देते हैं या अपनी दुकानों के आगे नालों से ऊंची फर्श बना लेते हैं, जिससे पानी सड़क पर ही जमा रहता है। जब तक ये अवैध कब्जे नहीं हटते, तब तक शहर में जलभराव की समस्या बनी रहेगी। अधिकारी...