बागपत, जुलाई 3 -- जिलेभर में करीब 150 जर्जर इमारते हैं, जिनमें काफी समय से लोग रह रहे हैं। पूर्व में बरसात के दिनों में ऐसे मकान कई बार गिर चुके हैं। हादसों में लोगों की जान भी गई है। प्रशासन ने लोगों को मकान खाली करने या फिर ठीक कराने को नोटिस भी दिए थे, लेकिन स्थिति जस की तस बनी है। वहीं, सरकारी मशीनरी भी हादसे के बाद ही जागती है। वहीं, लोग भी अपनी जिंदगी खतरे में डालकर इन भवनों में रह रहे हैं। गत दिवस खेड़ा इस्लामपुर गांव में दो मंजिला मकान ध्वस्त होने से बड़ा हादसा हुआ था। वर्तमान में मानसून की बारिश हो रही है। जिलेभर में 150 से अधिक ऐसे जर्जर भवन हैं, जो बारिश की वजह से कभी भी गिर सकते हैं। बागपत, बड़ौत और खेकड़ा नगर पालिका के साथ ही रटौल, अमीनगर सराय, टटीरी, छपरौली, दोघट और टीकरी नगर पंचायत के साथ ही जिलेभर के गांवों में कई जगहों पर जर्...