बेगुसराय, फरवरी 7 -- तेघड़ा। सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। निर्बल और असहाय में पड़े मनुष्यों की सेवा मानव को महान बनाती है। यह बात सत्संग में उपेन्द्र प्रसाद मेहता ने कही। उत्तरी तेघड़ा के पकठौल में आयोजित सत्संग में उन्होनें कहा कि आजकल धर्म को विकृत करने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों में सेवा भाव, संवेदना समाप्त है। मानव आपसी कलह में संवेदना खोकर कई अनैतिक कार्य कर रहे हैं। ऐसे प्रवृतियों को त्याग करना चाहिए। पकठौल में आयोजित सत्संग में कई लोगों ने अपनी बात रखी। मौके पर लोगों ने भगवान शिव और राम मनमोहक भजन गाया। समारोह का आयोजन शिव- राम भक्ति समूह द्वारा किया गया।

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