लखनऊ, सितम्बर 10 -- सेप्सिस संक्रमण का समय पर इलाज जरूरी है। इलाज में देरी से मरीज के अंग फेल हो सकते हैं। कुछ ही समय में मरीज की जान भी जा सकती है। यह जानकारी लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने दी। वह बुधवार को संस्थान के प्रेक्षागृह में सेप्सिस जागरूकता कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने कहा कि सेप्सिस संक्रमण के प्रति शरीर की एक खतरनाक और जानलेवा प्रतिक्रिया है। जिसमें शरीर संक्रमण से लड़ने के बजाय अपने ही अंगों को नुकसान पहुंचाने लगता है। मरीज की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने बताया कि जब शरीर में बैक्टीरिया, वायरस या फफूंद की वजह से संक्रमण होता है तो वह सबसे पहले रोग प्रतिरोधक क्षमता पर हमला करता है। संस्थान में डीन एकेडमिक्स डॉ. विनीता मित्तल ने कहा कि सेप्सिस का तुरंत इलाज जरूरी है। देरी से मरीज सेप्स...