बहराइच, अप्रैल 9 -- बहराइच,संवाददाता। कतर्निया रेंज के सदर बीट में गेरुआ नदी किनारे मृत पाए गए बाघ के मौत से संशय दूर हो गया है। बिसरा रिपोर्ट में बाघ के मौत की वजह सेप्टीसीमिया होने की पुष्टि की गई है। आसपास जहरीले केमिकल होने की पुष्टि भी बिसरा रिपोर्ट में नहीं की गई है। सभी अंग भी सुरक्षित पाए गए हैं। मौत की वजह स्पष्ट होने के बाद वन विभाग ने राहत की सांस ली है। कतर्निया सेंचुरी क्षेत्र के कतर्निया रेंज के गेरुआ नदी के किनारे एक फरवरी को 12 वर्षीय नर बाघ का शव बरामद किया गया था। बाघ के आंख, नाखून व कैनाइन पूरी तरह से सुरक्षित पाए गए थे। तीन चिकित्सकों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया था। लेकिन मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई थी। इस पर बिसरा संरक्षित कर भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली भेजा गया था। इसके अलावा शव बरामद स्थल से घा...