जमशेदपुर, फरवरी 3 -- झारखंड का पहला पक्षी महोत्सव (बर्ड फेस्टिवल) दलमा वन्यजीव अभयारण्य में रविवार से शुरू हुआ। यह 4 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान 7 राज्यों के 20 से अधिक पक्षी विशेषज्ञ दलमा में नए पक्षियों की तलाश करेंगे। मौके पर आयोजित समारोह में वक्ताओं ने पक्षियों के महत्व और संरक्षण के बारे में जानकारी दी। वक्ताओं ने कहा कि पक्षियों की परगमन (पॉलिनेशन) में अहम भूमिका होती है। खाद्य संतुलन भी पक्षियों के कारण ही होता है। ये कीड़े-मकोड़ों को खाते हैं, जिससे मनुष्यों को जहरीले कीट-पतंगों से सुरक्षा मिलती है। ये पक्षी मित्र बनकर मनुष्य का सहयोग करते हैं। बॉयोलॉजिकल फूड चेन को नियंत्रित करते हैं। जिन जगहों पर मोर और चील अधिक होते हैं, वहां सर्प भी अधिक मात्रा में रहते हैं। मोर और चील दोनों सर्प का भक्षण करते हैं। इससे संतुलन बना रहता है। पक्षी...
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