गुमला, मई 10 -- भरनो प्रतिनिधि । गर्मी की दस्तक के साथ ही भरनो प्रखंड के कई गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है। जलस्तर नीचे चले जाने और जलस्रोतों के सूखने से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। इंसानों के साथ-साथ मवेशी और पक्षी भी पानी के लिए भटकते नजर आ रहे हैं। प्रखंड में कुल 12 पंचायतें हैं,जिनकी कुल आबादी लगभग 72,000 है। इतने बड़े क्षेत्र की प्यास बुझाने के लिए 1,500 चापाकल और 792 जलमीनार लगाए गए हैं, परंतु इनमें से 500 चापाकल और 111 जलमीनार खराब पड़े हैं। जो कुछ चापाकल और जलमीनार काम कर भी रहे हैं,वे भी पर्याप्त पानी नहीं दे पा रहे हैं। कई चापाकलों से पानी भरने में अत्यधिक मशक्कत करनी पड़ती है। गांवों में सुबह से शाम तक पानी के लिए लोगों की कतारें आम नज़ारा बन चुकी हैं। विशेषकर बड़ाईक मोहल्ला, हरिजन मोहल्ला, आदिवासी मोहल्ला, बाजार टांड़ समेत...