बाराबंकी, मई 24 -- बाराबंकी। पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से जिले में बीते तीन वर्षों में करोड़ों रुपये खर्च कर पौधरोपण अभियान चलाया गया, लेकिन देखरेख के अभाव में यह अभियान विफल होता दिख रहा है। वर्ष 2022 से 2024 के बीच जिले में लगभग 1.80 करोड़ पौधे रोपे गए, मगर 85 प्रतिशत से अधिक पौधे सूख गए। इससे न केवल हरियाली का सपना अधूरा रह गया, बल्कि भारी राजस्व क्षति भी हुई है। हर साल रोपे जाते हैं लाखों पौधे: हर साल जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा लाखों पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया जाता है। वर्ष 2022 में 64 लाख, 2023 में 59 लाख और 2024 में 57 लाख पौधे लगाए गए। वर्ष 2025 के लिए 58 लाख पौधों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बावजूद इसके, ज़मीनी हकीकत यह है कि जिले में हरियाली बढ़ने की बजाय घटती जा रही है। पौधरोपण के नाम पर विभागों को द...