सुल्तानपुर, मई 23 -- सुलतानपुर। कमजोर बच्चों को पोषित बनाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी अतिकुपोषित और कुपोषित बच्चों की संख्या 12 हजार से अधिक है। जिन्हें पोषित बनाने के लिए पुष्टाहार का वितरण किया जाता है। लेकिन दूसरी तरफ अधिकारियों द्वारा पूर्व में गोंद लिए गांवों में अब कई कार्यक्रम सिर्फ कागजों तक सीमित है। जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 2511 है। इसमें शून्य से 5 वर्ष के पंजीकृत बच्चों की संख्या दो लाख 11 हजार 636 है। आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से अतिकुपोषित व कुपोषित बच्चों की संख्या का पता लगाने के लिए पंजीकृत बच्चों का हर माह वजन कराया जाता है। विभागीय आंकड़ों की माने तो अप्रैल माह में अतिकुपोषित बच्चों की संख्या 2948 व कुपोषित बच्चों की संख्या 9374 है। ज...