सुल्तानपुर, मई 24 -- बल्दीराय, संवाददाता। किसान नर्सरी डालने से पहले धान के बीज का शोधन अवश्य करें । इससे बहुत सी बीज जनित बीमारियों में कमी लाई जा सकती है। बीज शोधन में दवा का प्रयोग करके बीमारियों पर नियंत्रण करके उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर रवि कुमार ने बताया कि कड़वा जैसी बीज जनित बीमारियों के प्रकोप को कम करने के लिए धान के बीज का बुवाई के पूर्व बीज शोधन बहुत जरूरी है। सर्वप्रथम बीज को कुछ देर के लिए साफ पानी में भिगो दें। उसके बाद पानी के ऊपर तैर रहे खराब बीज को छान लें। तत्पश्चात स्ट्रेप्टोमाईसीन सल्फेट 90% एवं टेटरासाइक्लिन 10% की 5 ग्राम मात्रा को प्रति 25 किलोग्राम बीज की दर से 100 लीटर पानी में घोल दें। इसे पानी में बीज को रात भर भिगो दें। इसके बाद बीज को पानी से...