हापुड़, अक्टूबर 1 -- दशमी 2 अक्तूबर गुरुवार को विसर्जन के बाद व्रत का पारण होगा। जिससे पूर्ण शुभ फल प्राप्त होगा। दशहरा पूजन सुबह 9. 13 बजे के बाद शुरू हो जाएगा जो दोपहर 1.36 बजे तक किया जा सकता है। ज्योतिषाचार्य केसी पांडेय ने बताया कि दशहरा पर्व 2 अक्तूबर को मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दशहरा पूजन सुबह 9.13 के बाद श्रवण नक्षत्र, सुकर्मा योग, लाभ, अमृत की चौघड़िया, अभिजीत मुहूर्त तथा बल, विजय मुहूर्त में किया जाएगा किया जाएगा। दशहरा के दिन शस्त्र पूजन के साथ शमी वृक्ष पूजन एवं अपराजिता पूजन भी किया जाएगा। इसके अलावा दशहरा पर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है सिमोलंघन, जिसका समय दोपहर 2.07 बजे से शुरू होगा। दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन करना अत्यंत शुभ माना जाता है दशहरा पूजन श्रेष्ठ शुभ मुहूर्त:- सुबह 9.44 बजे से दोपहर 1.36 तक है। इसके अला...