सुपौल, अप्रैल 14 -- वीरपुर, एक संवाददाता। वीरपुर को पर्यटन के मानचत्रि पर पहचान दिलाने वाली परियोजना मानसरोवर झील पांच साल का वक्त गुजर जाने के बाद आज भी अधूरा पड़ा है। यह मानसरोवर झील क्षेत्रवासियों के लिए आकर्षण और रोजगार का स्रोत बन सकती थी, लेकिन काम पूरा नहीं होने के कारण यहां के लोगों का यह सपना फिलहाल अधूरा है। लोग इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं किये जाने से निराश हैं। साल 2020 में स्थानीय विधायक सह तत्कालीन वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह के प्रयास से मानसरोवर झील के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हुआ। इसके लिए शुरुआती तौर पर 10 करोड़ रुपये मिले और बाद में चहारदिवारी नर्मिाण के लिए 1.2 करोड़ की अतिरक्ति राशि का प्रावधान किया गया। राशि की कमी के चलते परियोजना का काम बार-बार बाधित हुआ। वर्तमान में झील का 80 प्रतिशत काम पूरा हो...