रुडकी, मार्च 22 -- पंचशील काली माता मंदिर में शनिवार को सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाराज ओमजी वैदिक ने सुंदरकांड पाठ की विशेषता बताई। उन्होंने कहा कि सुंदरकांड पाठ भगवान हनुमान की शक्ति और भक्ति का प्रतीक है। यह पाठ भगवान राम की कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसमें हनुमान जी की वीरता और समर्पण का वर्णन किया गया है। उन्होंने कहा कि सुंदरकांड पाठ करने से व्यक्ति को आत्मिक शक्ति और साहस मिलता है। यह पाठ हमें भगवान की भक्ति और समर्पण की महत्ता को समझने में मदद करता है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। जिन्होंने सुंदरकांड पाठ का आनंद लिया और भगवान हनुमान की कृपा की कामना की। कार्यक्रम के अंत में प्रसाद वितरण किया गया और सभी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया गया।

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