संतकबीरनगर, अप्रैल 20 -- संतकबीरनगर। टीबी का संक्रमण व्यक्ति के अंदर है या नहीं इसे अब सीवाई टीबी के माध्यम से जाना जाएगा। नई तकनीकि आ जाने के बाद टीबी के मरीजों के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव होगा। इसके लिए जिले भर में अभियान चला कर टीबी के मरीजों को खोजा जाएगा। सीवाई तकनीकी से संक्रमित पाए जाने के बाद मरीज की (टीपीटी) टीबी प्रिवेंशन थिरैपी चलाई जाएगी। क्षय रोग की पल्मोनरी जांच ही अधिकतर की जाती है। इस बीमारी में मरीज को दो सप्ताह से अधिक खांसी आना। रात को बुखार होना। वजन में तेजी से कमी और भूख नहीं लगने की स्थिति में मरीज जांच के लिए अस्पताल जाता है। अस्पताल में बलगम की जांच से पता चलता है कि मरीज के अंदर बैक्टीरिया है। उसके बाद से ही मरीज का इलाज शुरू हो जाता है। बीमारी बिगड़ने की स्थिति में खांसते समय मरीज के मुंख से खून भी आ जाता है। ...