रांची, मार्च 5 -- रांची, विशेष संवाददाता। केंद्रीय विश्वविद्यालय, झारखंड (सीयूजे) के हिन्दी विभाग की ओर से दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 6-7 मार्च को किया जा रहा है। विषय है- प्रेमचंद और फकीर मोहन सेनापति का साहित्य: एक पुनर्मूल्यांकन। हिन्दी कथा साहित्य में प्रेमचंद और ओड़िया कथा साहित्य में फकीर मोहन सेनापति ऐसे युग प्रवर्तक रचनाकार हैं, जिन्होंने अपने कथा साहित्य में भारतीय समाज की जीवंत तस्वीर पेश की है। दोनों रचनाकारों ने उन परिस्थियों का यथार्थ वर्णन अपने साहित्य में किया है, जिसमें भारतीय किसान, मजदूर, स्त्री, दलित आदि संघर्ष करता हुआ, टूटता हुआ, परिस्थतियों से समझौता करता हुआ और अंत में दम तोड़ने पर मजबूर होता है। इस संगोष्ठी में हिन्दी कथा सम्राट प्रेमचंद व ओड़िया कथा सम्राट फकीर मोहन के साहित्य का भारतीय साहित्य की अवधा...