अलीगढ़, अक्टूबर 16 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। टीबी जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जांच प्रणाली को और तेज और भरोसेमंद बना दिया है। अब सीबी नॉट जांच से न सिर्फ टीबी की पुष्टि तेजी से हो रही है, बल्कि जांच यह भी बता देती है कि मरीज पर कौन सी दवा असर करेगी और कौन सी नहीं। यह तकनीक पारंपरिक जांच के मुकाबले 95 प्रतिशत तक सटीक मानी जाती है। जनपद में 10 हजार से अधिक टीबी मरीज उपचार करा रहे हैं। नए मरीजों को खोजने के लिए विभाग अभियान भी चलाता है। इस अभियान में संदिग्ध मरीजों की सीबी नॉट जांच की जाती है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राहुल शर्मा बताते हैं कि सीबी नॉट की विशेषता यह है कि एक सैंपल से एमडीआर (दवा प्रतिरोधी) टीबी की भी पहचान की जा सकती है। इससे डॉक्टरों को मरीज का इलाज शुरुआती चरण में ही सही दिशा में शुरू करने में मदद मिलती है। खासतौर प...