बरेली, सितम्बर 1 -- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने वर्ष 2025-26 में लागू बोर्ड परीक्षा की व्यवस्था लागू की है। इस नई प्रणाली को लेकर विद्यार्थियों और अभिभावकों में कई तरह के संशय हैं। इन्हें दूर करने के लिए सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देशित किया है कि वे विद्यार्थियों और अभिभावकों को जागरूक करें। यह महत्वपूर्ण है कि विद्यार्थी और अभिभावक समझें कि दो बोर्ड परीक्षा का अर्थ यह नहीं है कि किसी एक परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य है। सीबीएसई की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक पहली बोर्ड परीक्षा को मूल परीक्षा माना जाएगा, जिसमें सभी परीक्षार्थियों का शामिल होना आवश्यक है। यदि कोई विद्यार्थी इसमें शामिल नहीं होता है, तो वह फेल हो जाएगा। दूसरी बोर्ड परीक्षा केवल तीन विषयों में सुधार का अवसर प्रदान करेगी। यह व्यवस्था इस वर्ष केवल कक्षा 10 ...