नई दिल्ली, नवम्बर 19 -- अजीत रानाडे,अर्थशास्त्री जब किसी अर्थव्यवस्था में भारी मात्रा में नकद राशि डाली जाती है, तो क्या होता है? क्या वहां का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) तुरंत बढ़ जाता है? बिल्कुल नहीं। अर्थव्यवस्था का मामूली जानकार भी बता सकता है कि इसका तात्कालिक नतीजा महंगाई के रूप में निकलेगा। आप वस्तुओं की समान मात्रा और सेवाओं के लिए अधिक पैसे खर्च करने लगते हैं। इसीलिए इस तरह के नकदी आर्थिक प्रोत्साहन का उपयोग अत्यधिक आर्थिक संकट (जैसे- गंभीर मंदी या खर्च के बजाय लोगों द्वारा नकदी जमा करना) की स्थिति में अपरंपरागत और अंतिम विकल्प के रूप में किया जाता है। इस तरह के नकदी प्रवाह का मतलब होता है, लोगों को 'मुफ्त' में पैसा मिलना। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि वे अपना खर्च बढ़ा सकें और मांग में वृद्धि हो सके। लोगों की खरीदारी क्षमता यदि एक...