रिषिकेष, अक्टूबर 27 -- अठूरवाला में रामलीला मंचन के तीसरे दिन हुआ सीता स्वयंवर और परशुराम-लक्ष्मण संवाद मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीलाओं का दिव्य प्रसंग जब मंच पर जीवंत हुआ तो भक्ति, संस्कृति और कला का अद्भुत संगम देखने को मिला। अठूरवाला की ऐतिहासिक रामलीला के तीसरे दिन सोमवार को सीता स्वयंवर और परशुराम-लक्ष्मण संवाद के दृश्य ने दर्शकों के हृदय को स्पंदित कर दिया। हर संवाद पर तालियों की गूंज और जय श्रीराम के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। सोमवार को अठूरवाला में रामलीला का शुभारंभ मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता विदुषी निशंक और दायित्वधारी ओमप्रकाश जमदग्नि ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। विदुषी निशंक ने कहा कि रामलीला केवल मंचन नहीं, बल्कि हमारी भारतीय आत्मा का प्रतिबिंब है। इस धरती से निकलने वाली संस्कृति पूरे विश्व को मानवता और आदर...
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