मिर्जापुर, नवम्बर 12 -- जमालपुर। क्षेत्र के बहुआर गांव स्थित रविंद्रालय में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा के छठें दिन सोमवार की शाम को मानस कोकिला पंडित विजय लक्ष्मी शास्त्री ने श्रीराम सीता विवाह की कथा सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने बताया कि राम-सीता का विवाह एक दैवीय घटना नहीं, बल्कि यह प्रेम, मर्यादा और धर्म के मिलन का प्रतीक है। जैसे ही सीता ने श्रीराम के गले में वरमाला डाली पूरा भूमि से लेकर आकाश मंडल जय श्रीराम के जयघोष गूंज उठा। विवाह प्रसंग की कथा के दौरान पुष्प वर्षा से पंडाल मंगलमय हो गया। कथा के अंत में आरती कर भक्तों में प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान रविप्रकाश त्रिपाठी, राणा प्रताप सिंह, बिजेंद्र प्रताप सिंह, हरिवंश सिंह, वरुण प्रकाश त्रिपाठी, महेंद्र केशरी, जंगबहादुर सिंह, सरिता त्रिपाठी, माही त्रिपाठी आद...