गया, अगस्त 25 -- आमस के बड़की चिलमी गांव निवासी सीआरपीएफ जवान शशी भूषण का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह गांव पहुंचा तो उन्हें अंतिम विदाई देने सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर किसी की आंखें नम थीं। जवान के पार्थिव शरीर के साथ आए पुलिस जवानों ने सलामी दी और पार्थिव शरीर पर रखा तिरंगा जवान के पिता भुनेश्वर रजक को सौंपा। इसके बाद पार्थिव शरीर को श्मशान घाट ले जाया गया। अंतिम यात्रा के दौरान शशी भूषण अमर रहे, भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। इधर जवान की पत्नी शोभा कुमारी, बेटी प्रिया और भाइयों चंद्र भूषण व रवि भूषण के विलाप से माहौल गमगीन हो गया। ग्रामीण गहरी सदमे में डूबे रहे। बताया गया कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में तैनात शशी भूषण ने शनिवार को ड्यूटी के दौरान सर्विस राइफल से खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली थी। उनके शव...