रायबरेली, नवम्बर 16 -- लालगंज। कस्बे के संस्कृत पाठशाला परिसर में मानस मंथन समिति के तत्वावधान में चल रही सात दिवसीय संगीत मय सियाराम कथा के चौथे दिन श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम हुआ। कथा व्यास मानस मंदाकिनी (साध्वी) निशु भारद्वाज ने भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह प्रसंग का हृदयस्पर्शी वर्णन किया। उनका प्रवचन सुन पूरा पंडाल "जय श्रीराम" और "सियापति रामचंद्र की जय" के उद्घोष से गूंज उठा।

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