मऊ, मार्च 10 -- मऊ। कभी अपने निराले स्वाद और सोंधी महक के लिए प्रसिद्ध पूर्वाचल की एकमात्र मऊ जनपद के गोंठा में स्थित गुड़ मंडी में अब वो चहल-पहल नहीं रही। न तो वहां अब बाहर के बड़े व्यापारी आते हैं और न ही दिखता है ट्रकों का रेला। समय के साथ यहां के गुड़ की खुशबू की सीमा घटती जा रही, जबकि स्वाद का जादू आज भी बदस्तूर कायम है। यह हाल गन्ना बोआई का क्षेत्रफल कम होने के कारण और इस कुटीर उद्योग पर ध्यान न देना है। इससे न सिर्फ गुड़-क्रशर उद्योग सिमटने लगा है, बल्कि इस उद्यम से जुड़े लोगों का रोजगार भी छिन रहा है। परिवार चलाने में चुनौतियां आने से लोग परंपरागत कारोबार से पलायन करने लगे हैं। 'हिन्दुस्तान' से बातचीत के दौरान क्रशर उद्योग से जुड़े लोगों का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने क्रशर उद्योग को बचाने के लिए कदम उठाने की सरकार से गुहार लगाई है। आज स...
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