भागलपुर, जुलाई 31 -- सुल्तानगंज। निज संवाददाता यूपी, रतनपुरा,मऊ के रहने वाले मशानी हीरा 72वर्ष कि उम्र में सिंगा बजाकर अपना एवं परिवार का भरण पोषण करते हैं। गयाजी के विष्णुपद मशान में रहने की बात बताते हीरा कहते हैं कि पहले बाबा बैद्यनाथ और बासुकीनाथ में जल अर्पण करने के बाद यहां सिंगा बजाते हैं। इसमें प्रतिदिन लगभग 500 रुपये कमाई हो जाती है। ये शंकर जी का बाजा है । इस सिंगा को हिसुआ, नवादा में बनवाया है। ये पुस्तैनी धंधा है। कांवरिया मार्ग सहित नमामि गंगा घाट पर घूम-घूमकर कांवरिया के बीच सिंगा बजाते हैं। कांवरिया दान स्वरूप कुछ न कुछ पैसे दे देते हैं।

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