जौनपुर, अप्रैल 7 -- सतहरिया। शांति कुंज हरिद्वार से आई आचार्या सुशीला ने कहा कि श्रेष्ठता ही व्यक्ति के लिए सफलता की कुंजी है। सच में यह मानव जीवन के लिए वाह्रय नहीं आंतरिक श्रृंगार है। आचार्या मुंगराबादशाहपुर के स्टेशन रोड पर स्थित मां गायत्री शक्तिपीठ पर चल रहे प्रज्ञापुराण कथा के आठवें दिन श्रद्धालुओं को कथा सुना रही थीं। उन्होंने श्रेष्ठ प्रवृत्तियों के महत्व को समझाया। कहा कि ऊंचाई पर पहुंचने के लिए श्रेष्ठ प्रवृत्तियां ही एक मात्र विकल्प है। इसी के बल पर साधारण मानव अपने को महापुरुष की श्रेणी में स्थापित किया है। यही प्रवृत्तियां ही भगवान का आहार होता है। ऐसे स्वभाव के लोग भगवान के असली भक्त मानें जाते हैं। प्रज्ञापुराण कथा शक्तिपीठ के आचार्य गुलाब के देखरेख में सम्पन्न किया गया। जज सिह अन्ना का अनशन आज से सतहरिया। मुंगराबादशाहपुर स...