महाराजगंज, सितम्बर 10 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। उपकृषि निदेशक महराजगंज, महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र और चावल अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी के विशेषज्ञों ने गुरु गोरक्षनाथ छावनी स्थित 19 एकड़ खेत में धान की सीधी बुवाई और रोपाई की गई फसल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सावा-7501 प्रजाति की रोपाई से तैयार धान की बालियों की लंबाई जहां 10 इंच रही, वहीं सीधी बुवाई से तैयार फसल में बालियों की लंबाई औसतन 12 इंच पाई गई। महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौक माफी पीपीगंज गोरखपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि सीधी बुवाई में किसानों को कम लागत आती है और पैदावार भी रोपाई की तुलना में अधिक होती है। उन्होंने कहा कि सावा-7501 मध्यम अर्ली प्रजाति का धान है, जिसकी उत्पादन क्षमता प्रति एकड़ 40 से 45...