गोरखपुर, जुलाई 20 -- गोरखपुर। पंडित शरद चंद्र मिश्र के अनुसार 23 जुलाई को मास शिवरात्रि व्रत है। हर महीने की चतुर्दशी को यह शिवरात्रि मनाई जाती है, लेकिन सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस दिन भोलेनाथ को जल अर्पित करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। कांवड़ यात्रा की शुरुआत तीन दिन पहले से ही हो जाती है, जिसमें श्रद्धालु पवित्र नदियों से जल भरकर प्रमुख शिवालयों तक पहुंचते हैं। रविवार से कांवड़ियों की संख्या में वृद्धि होगी। अलग-अलग मान्यताओं के अनुसार, शिवभक्त पवित्र शिवलिंगों पर गंगाजल चढ़ाकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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