गंगापार, मई 22 -- मोहल्ला कोट में आयोजित 74 वां जमीअते अहले हदीस का जलसा हुआ। इसमें दिल्ली से आए मौलाना क़माल उद्दीन ने कहा सबसे पहले कुरान में आयत नाजिल हुई इकरा यानी पढो। इसलिए सबके लिए दीनी दुनियावी तालीम दोनों जरूरी है। कहा, जैसे दिन रात नहीं एकत्रित हो सकते वैसे एक शिक्षित और गैर शिक्षित के मिजाज में फर्क हो जाता है। इसके बाद मौलाना अब्दुल गफ्फार सलफी ने एकत्रित भीड़ से कयामत की दस निशानियां बतायी। जिसमें आज कल के बच्चे सोशल मीडिया पर वाहियात और आपत्तिजनक तस्वीरें डाल रहे हैं ताकि उन्हें लाइक मिले। ऐसे लडके लडकियां अपने परिवार और समाज के दुश्मन हैं। मौलाना ने ऐसे घृणित कार्य से नौनिहालों को बचाने की अपील की है। मौलाना उमैर कमाल ने रसूल पाक की जिंदगी पर रोशनी डालते हुए कहे कि वह दुनिया के लिए एक आदर्श थे। जलसे की अध्यक्षता मौलाना अशफा...