बलिया, अप्रैल 3 -- रसड़ा , हिन्दुस्तान संवाद। अधिवक्ता बार एसोसिएशन (सिविल कोर्ट) के अधिवक्ताओं की आमसभा की बैठक गुरुवार को हुई। इसमें उच्च न्यायालय द्वारा सायंकालीन न्यायालय चलाए जाने के आदेश पर आपत्ति दर्ज करायी गयी। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम चौबे ने कहा कि न्यायालय द्वारा अपने न्यायधीश की कमी का भार अधिवक्ताओं पर डालने के लिए सायंकालीन कोर्ट की व्यवस्था रखी गई है। यह उचित नहीं है। कहा कि अधिवक्ता समाज बंधुआ मजदूर नहीं है जो सुबह से रात तक न्यायिक कार्यों में लगे रहें। सभी का अपना परिवार है और परिवार हमसे अपेक्षा भी रखता है। अधिवक्ता कमलेश तिवारी ने महिला वादकारियों और महिला अधिवक्ताओं का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपने परिवार की कर्ता-धर्ता होती हैं। ऐसी स्थिति में सायंकालीन न्यायालय को चलाना उचित और व्यवहारिक नहीं है। अधिवक्ताओं...