संतकबीरनगर, जुलाई 2 -- संतकबीरनगर, हिटी। धान की रोपाई तेजी के साथ हो रही है। दूसरी ओर बेहतर उपज के लिए फास्फेटिक खाद की डिमांड बढ़ती जा रही है। इसके बावजूद साधन सहकारी समितियों पर यूरिया नहीं है। किसान मजबूरी में निजी दुकानों से फास्फेटिक उर्वरकों के साथ साथ यूरिया की खरीदारी कर रहे हैं। जिले में लगभग 87 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती की जा रही है। धान और गन्ना की बेहतर उपज के लिए किसान यूरिया की डिमांड कर रहे हैं। इस समय गन्ना के खेत के साथ साथ धान की फसल के लिए यूरिया की खरीदारी जोरों पर हैं। किसान इस समिति से लेकर उस समिति तक का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन खाद नहीं होने की वजह से किसान निजी दुकान से यूरिया की खरीदारी कर रहे हैं। वहीं थाननगर और धनघटा पौली और सेमरियावां क्षेत्र में बोरा पर अंकित निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर निजी दुकानों...
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