पूर्णिया, मई 1 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले में साथ जीने और मरने की कसम लिए पति और पत्नी के बीच रिश्तों की डोर ढीली हो रही है। दोनों के बीच आपसी कलह से शुरू हुए दुराव के रास्ते मौत पर जाकर खत्म हो रहे हैं। दो महीने के भीतर विवाहिता की हत्या के आधा दर्जन भर से ऊपर मामले सामने आ चुके हैं। इन हत्याओं को लेकर आरोप साथ जीने- मरने की कसमें खाने वाले पतियों पर लगा है। इन मामलों में कुछ में तो महज चंद दिनों के साथ के बाद ही पतियों ने अपनी व्याहताओं से बिछड़न की ऐसी दास्तान लिखी है, जिसमें जिन्दगी के किसी मोड़ पर फिर दोनों का मिलन संभव नहीं सकता है। अपनो की दी गई अबलाओं की मौत से जिले का वतावारण गमगीन है। कहीं दहेज की लालच में तो कहीं शक के घेरे में उतारी गई मौत के घाट: दो महीने में विवाहिताओं की मौत के पीछे अधिकांश मामले में दहेज के ल...