पौड़ी, अप्रैल 20 -- आज के डिजिटल युग में साइबर अपराधों का ग्राफ बढ़ गया है। ऐसे में साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। जिला सूचना विज्ञान अधिकारी हेमंत काला ने बताया कि साइबर खतरों में फिशिंग, विशिंग, और पहचान की चोरी शामिल हैं। फिशिंग के तहत धोखेबाज विश्वसनीय संस्था बनकर आपकी निजी जानकारी चुराने का प्रयास करते हैं, जबकि विशिंग में नकली कॉल्स के माध्यम से बैंक अधिकारी बनकर जानकारी ली जाती है। पहचान की चोरी के मामलों में अपराधी आपकी निजी पहचान का दुरुपयोग कर विभिन्न आपराधिक गतिविधियां अंजाम देते हैं। क्रेडिट और डेबिट कार्ड की सुरक्षा के लिए बताया कि वे मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, नियमित रूप से खातों की निगरानी करें, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सक्षम करें और केवल सुरक्षित वेबसाइटों से ही लेन-देन करें। किसी भी परिस्थिति में कार्ड गु...