अलीगढ़, नवम्बर 19 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। स्वास्थ्य की दुनिया में दो ऐसी चुनौतियां हैं जिन्हें हम रोज देखते हैं। पहला बढ़ता सीओपीडी का खतरा और दूसरा गंदे टॉयलेट से होने वाले संक्रमण। दुनिया में हर साल करीब 32 लाख लोग सीओपीडी का शिकार बनते हैं। भारत में इसके मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। दूसरी ओर, यूटीआई के 60-70 प्रतिशत मामले गंदे टॉयलेट से जुड़े पाए जाते हैं। एक तरफ फ्रंट लाइन वॉरियर्स सीओपीडी ट्रेनिंग से जान बचा रहे हैं, तो दूसरी ओर टॉयलेट हाइजीन की कमी संक्रमण बढ़ा रही है। दुनिया भर में फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं। इनमें सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। यह ऐसी पुरानी बीमारी है जिसमें वायुमार्ग में सूजन, संक्रमण और फेफड़ों की कमजोर कार्यक्षमता के कारण मरीज को धीरे-धीरे सा...