हिन्दुस्तान ब्यूरो, फरवरी 12 -- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्राय झगड़े होते थे, जिसे हमने खत्म कराया। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था। सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। जब हम सांसद थे तो सड़कों के अभाव में क्षेत्र में काफी पैदल ही चलना पड़ता था। जो भी सड़कें थीं वो जर्जर थीं। मुख्यमंत्री मंगलवार को औरंगाबाद जिले की प्रगति यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर, 2005 को भाजपा के साथ मिलकर हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए काम करना शुरू किया, तब से निरंतर राज्य को आगे बढ़ाने में लगे हैं। यह भी कहा कि व...