बिजनौर, जुलाई 17 -- सर्प दिवस पर गोष्ठी आयोजित करके सर्पों की पहचान और बचाव के गुर बताए गए। बुधवार को भी कालागढ़ स्थित कार्बेट वन्यजीव प्रशिक्षण केन्द्र के सभागार में विचार गोष्ठी का अयोजन किया गया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सर्पों की विभिन्न प्रजातियों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। वक्ताओं ने कहा कि धरती पर सर्पों की सैकड़ों प्रजातियां हैं तथा अधिकांश प्रजातियां सामान्य तौर पर जानलेवा नहीं होती। वहीं सर्पों की कॉमन करैत, रसल वाइपर, किंग कोबरा तथा भारतीय नाग प्रजाति बेहद खतरनाक तथा जानलेवा होती है। खास तौर पर सर्पों की इन प्रजातियों से दूरी बनाए रखने की हिदायत दी गई। प्रशिक्षण केन्द्र के निदेशक बिन्दर पाल सर्पों की पहचान तथा बचाव के अनेक गुर बताए। जबकि वरिष्ठ फार्मासिस्ट देवेन्द्र प्रसाद द्वारा सर्प दंश से बचाव तथा प्राथम...
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