आरा, दिसम्बर 2 -- सहार, संवाद सूत्र। सहार अंचलीय अध्यात्म चिंतन मंडल की ओर से गीता जयंती समारोह पर अंधारी ग्राम में विचार गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान सहार व तरारी प्रखंड के गीता, रामायण, अध्यात्म और परंपरा प्रेमियों ने गीता की महत्ता और मानव जीवन में धर्मशास्त्र गीता की उपयोगिता विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान मुख्य वक्ता के रूप में दिनारा से पहुंचे रामायणी राजबल्लव सिंह भोजपुरिया ने कहा कि गीता जीविका संग्राम का साधन नहीं अपितु जीवन संग्राम में शाश्वत विजय का क्रियात्मक प्रशिक्षण है। उन्होंने कहा कि गीतोक्त पथ पर चलने के पूर्व मनुष्य सांसारिक उपलब्धियों सुख समृद्धि को ही महत्वपूर्ण समझता है। आने वाले वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन जाने-माने एक्टिविस्ट राजेंद्र पाठक ने किया। इस दौरान कार्यक्रम में खेती गृहस्ती के साथ-साथ आध्यात्मिक से ...