सहारनपुर, फरवरी 4 -- गंगोह। सहारनपुर के विख्यात साहित्यकार पद्मश्री कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर की स्मृति में साहित्योत्सव 2024 में आयोजित कवि सम्मेलन-मुशायरे में पधारे कवियों व शायरों ने देश, समाज, न्याय, इश्क व कुरीतियों पर प्रस्तुत रचनाओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। शोभित विवि कुलाधिपति कुँवर शेखर विजेंद्र की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में सुरेंद्र सिंघल ने फरमाया-सवाल ये तो नहीं है कि उसने देखा क्या सवाल ये है अदालत में वो क्या कहेगा। डॉ. विजेन्द्रपाल शर्मा ने बयां किया-तन मन धन देकर पिता, खुद काटें वनवास, सांसों के अतिरिक्त क्या रखते अपने पास। धीरेंद्र सिंह ने कहा-दीप सदियों से हमारी दिव्यता का जल रहा, देश अपनी शौर्यता की भव्यता से चल रहा, रहमान मुसव्विर ने फरमाया- उसे हम पर तो देते हैं मगर उडने नहीं देते हमारी बेटी बुलबुल है मगर पिंज...