लखीसराय, जुलाई 30 -- कजरा,एक संवाददाता। सरसों की खली में प्राकृतिक रूप से नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटैशियम के साथ कई सूक्ष्म पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ये तत्व न केवल पौधे को मजबूत बनाते हैं, बल्कि उसकी जड़ों को गहराई तक पोषण देते हैं। खली के प्रयोग से पत्तियां अधिक हरी, चमकदार और रोगमुक्त बनी रहती हैं। यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में भी सहायक है। जिससे खेत की गुणवत्ता वर्षों तक बनी रहती है। रासायनिक खादों से हो रहा था नुकसान किसान सलाहकार अनिल कुमार सिंह बताते हैं कि पहले हम यूरिया और डीएपी जैसे रासायनिक खादों का उपयोग करते थे। इससे फसल तो तेजी से बढ़ती थी, लेकिन मिट्टी की ताकत हर साल घटती जा रही थी। वहीं जब से हमने सरसों की खली का उपयोग शुरू किया है. फसल की गुणवत्ता भी बेहतर हुई है और उत्पादन में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। उपयोग में आसान...
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