बागेश्वर, सितम्बर 15 -- नवमी को सरयू तट पर माता का श्राद्ध करवाने के लिए लोगों का जमावड़ा लगा रहा। पंडितों तथा पुरोहितों ने यजमानों के पितरों की शांति के लिए विधिविधान से श्राद्ध कराया। सामूहिक श्राद्ध के दौरान सरयू तट पर चहल-पहल बनी रही। मातृ पक्ष का श्राद्ध पूरे पार्वण काल में केवल नवमी तिथि को ही होता है। जिसके चलते पंडितों को भी कई बार घर-घर जाकर श्राद्ध करवाने में दिक्कत होती है। ऐसे में पंडित यजमानों को सरयू तट पर आमंत्रित करते हैं। जहां पर कई यजमानों सामूहिक रूप से अपने पूर्वजों का श्राद्ध संपन्न कराते हैं। सोमवार को पुरोहितों ने सरयू तट पर श्राद्ध संपन्न कराए।पंडितों ने कहा कि सरयू के पावन जल से तर्पण करने का भी विशेष महत्व है।

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