चाईबासा, मई 25 -- चाईबासा। सरना धर्म कोड की मांग को लेकर झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अगुवाई में 26 मई को राजभवन रांची के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। कांग्रेस के जिला प्रवक्ता त्रिशानु राय ने प्रदर्शन के संदर्भ में जानकारी देते हुए रविवार को बताया कि झारखण्ड एक आदिवासी बहुल्य राज्य है जो सरना धर्म को मानने वाले प्राचीन परम्पराओं एवं प्रकृति के उपासक है। सरना धर्म का जीता जागता ग्रन्थ जल जंगल जमीन एवं प्रकृति है। सरना धर्म की संस्कृति पूजा पद्धति, आदर्श एवं मान्यताएं प्रचलित सभी धर्मों से अलग है। पेडों पहाड़ों की पूजा तथा जंगलों को संरक्षण देने को ही ये अपना धर्म मानते है। आदिवासी सरना समुदाय पिछले कई वर्षों से अपने धार्मिक अस्तित्व की रक्षा के लिए जनगणना कोड में सरना धर्म को शामिल करने की मांग करते रहे है। त्रिशानु राय ने कह...