हल्द्वानी, जून 3 -- हल्द्वानी, वरिष्ठ संवाददाता। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने प्रदेश सरकार पर संविधान का खुला उल्लंघन करने और पंचायती राज व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ग्राम पंचायतें, क्षेत्र पंचायतें और जिला पंचायतें शासक-प्रशासक विहीन होकर लावारिस स्थिति में हैं। जिससे संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है। मंगलवार को मीडिया को जारी बयान में यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश की 7,500 से अधिक ग्राम पंचायतें, 95 क्षेत्र पंचायतें और 12 जिला पंचायतें बिना प्रशासक और निर्वाचित बोर्ड के चल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि न तो प्रशासक नियुक्त किए गए हैं और न ही निर्वाचन प्रक्रिया शुरू हुई है। राजभवन ने भी पंचायती राज एक्ट में संशोधन विधेयक को वापस भेज दिया है, जिससे सरकार की मंशा पर सवाल उठ र...