हजारीबाग, अप्रैल 4 -- बरकट्ठा प्रतिनिधि। प्रखंड क्षेत्र के शिलाडीह पंचायत के ग्राम तेतरिया निवासी दिव्यांग बुधनी देवी पति बाबूलाल मांझी और इसकी पुत्री सुमंती कुमारी का आधार कार्ड नहीं रहने से किसी भी तरह का सरकारी लाभ नहीं मिलता हैं। परिवार अपनी लाचारी का दंश झेलने को मजबूर है। सुमंती कुमारी न बोल पाती है और न ही चल पाती है। वहीं बुधनी देवी फाइलेरिया से ग्रसित होकर बेबस हो चुकी है। दोनो अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं। मानव विकास संस्था की टीम जब इनके यहां गई तो पता चला कि मां बेटी दोनों का दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी नहीं बना है। संस्था के सचिव बीरबल प्रसाद ने बताया कि टीम के लोग जब दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए प्रयास किया। तो इनके पास आधार कार्ड भी नहीं है। इससे इन्हें आज तक सरकारी योजनाओं से वंचित रहना पड़ रहा ...