रामपुर, फरवरी 22 -- संसाधनों के अभाव में महिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड समय से नहीं होते। अस्पताल की ओपीडी में भीड़ की वजह से हर रोज 15-20 महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए अगले दिन बुलाया जाता है। इस वजह से दूर-दराज से आने वाली महिलाएं परेशान होती हैं। मजबूरी में महिलाएं निजी केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड कराती हैं तो यहां पर उनसे 700 से लेकर 1200 रुपये तक वसूल किए जा रहे हैं। सुरक्षित प्रसव और मातृ शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार का जोर संस्थागत प्रसव पर अधिक है। इसी को लेकर तमाम योजनाएं और कार्यक्रम संचालित होते हैं। जिला मुख्यालय पर महिला अस्पताल में प्रसव पूर्व महिलाओं के अल्ट्रासाउंड की सुविधा है। यहां पर एक मशीन है जिस पर एक रेडियोलाजिस्ट की तैनाती भी है। मगर अस्पताल में महिलाओं की भीड़ के आगे अल्ट्रासाउंड की व्यव...