मुजफ्फरपुर, मई 28 -- मीनापुर, हिन्दुस्तान संवाददाता। प्रखंड कृषि सभागार में बुधवार को खरीफ महा अभियान के तहत सम्मेलन का आयोजन किया गया। कृषि वैज्ञानिक डॉ. गोकुलेश झा ने कहा कि मई के अंतिम सप्ताह तक धान की रोपाई कर लेने पर किसानों को कम बीज से काम चल जायेगा। विलंब करने पर अधिक बीज की जरूरत पड़ सकती है। फसल का जीवन चक्र पूरा करने के लिए खेतों में सूक्ष्म पोषक तत्व का होना जरूरी है। आलू, दलहन और तेलहन फसल की बुआई के दो दिनों के भीतर खरपतवार नाशक दवा का छिड़काव कर देना चाहिए। कृषि समन्वयक मनोज कुमार ने कहा कि 40 रोज के भीतर धान की फसल में जिंक डाल देना चाहिए। इसके प्रयोग से धान की फसल को खैरा रोग से बचाया जा सकता है। प्रखंड तकनीकी प्रबंधक शालिनी कुमारी ने कहा कि किसानों को जलवायु परिवर्तन पर ध्यान रखना चाहिए। इससे खेती को लाभकारी बनाने में मद...